सुमिर पवनसुत पावन नामू। अपने बसि कर राखे रामू॥


सुमिर पवनसुत पावन नामू। अपने बसि कर राखे रामू॥
हनुमानजी ने श्री राम नाम का स्मरण करके श्री रामजी को अपने वश में कर रखा है।
सुमिर पवनसुत पावन नामू। अपने बसि कर राखे रामू॥
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Ep # 12 of 394 सुखसागर श्रीमद भागवत महापुराण, 1 स्कन्ध, 6 अध्याय, Daily Srimad Bhagwat Katha Video for kids