Bhajan by Pandit Jasraj, Krishna bhor hi mukh bolo
कृष्ण: कृष्ण: कृष्ण: भोर ही मुख बोलो
कृष्ण: नाम जपन करि के नदिया लहराई
गगन कृष्ण: लालिमा उपवन तरुणाई
कृष्ण: कृष्ण: धुनि गावो
अधर मधुर खोलो
कृष्ण: कृष्ण: बोलो…
कृष्ण: की कलियां मुस्काई
मन्द मन्द कृष्ण: पवन डाली हर्षाई
नारायण कृष्ण: जपो…
कृष्ण: कृष्ण: कृष्ण: कृष्ण:…
नारायण कृष्ण: जपो
श्याम शरण हो लो
नारायण प्रभु कृष्ण: जपो